दिल की पुरानी सड़क - Dil Ki Purani Sadak Lyrics in Hindi [K.K., Samidh Mukherjee, Sadak 2]

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दिल की पुरानी सड़क - Dil Ki Purani Sadak (K.K., Samidh Mukherjee, Sadak 2)
Movie/Album: सड़क 2 (2020)
Music: समिध मुखर्जी, उर्वी
Lyrics: विजय विजावत
Performed: समिध मुखर्जी, के.के.

दिल की पुरानी सड़क पर
बदला तो कुछ भी नहीं
मुझे थाम कर चल रहा है
तू ही बस तू ही हर कहीं

नए फूल दिल की ज़मीं पे खिलेंगे
है मिलना हमें फिर से मिल के रहेंगे
सितारे वही हैं वही आसमाँ हैं
मेरी धड़कनों में तेरी दास्ताँ है
मैं आवारा लम्हा तू मेरा मकाँ
कैसे जुदा होते हम तुम
बिछड़े ही जब हम नहीं
मुझे थाम कर चल रहा है...

न साँसों से शिकवा
न मिटने का डर है
तुझी से तुझी तक ये मेरा सफ़र है
तुझे सोचता हूँ तो ख़ुशबू सी बरसे
अंधेरों से मेरे उजाले यूँ छलके
के दरिया बहे जैसे इक नूर का
तू रूह का हमनवा है
ये जिस्मों का रिश्ता नहीं
मुझे थाम कर चल रहा है...

दिल की पुरानी सड़क पर...

Reprise
पिघलता ये सूरज कहे ढलते ढलते
दोबारा ना आयेंगे पल लौट कर ये
नसीबों से मिलती है नज़दीकियाँ ये
तू जाते लम्हों को गले से लगा ले
के थमता नहीं वक़्त का कारवाँ

ऐ मालिक बस इतना बता दे
क्यूँ ऐसी है तेरी ज़मीं
जिसे हमसफ़र हम बनाए
वही छूट जाए कहीं

दिल की पुरानी सड़क पर...

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