Lyrics in Hindi - लफ़्ज़ों का खेल
किस तरह जान-ए-वफ़ा - Kis Tarah Jan-e-wafa (Mehdi Hassan)
Movie/Album: भरोसा (1977)
Music By: ए हमीद
Lyrics By: क़तील शिफाई
Performed By: मेहदी हसन
किस तरह जान-ए-वफ़ा
शौक का इज़हार करूँ
गर इजाज़त हो तो जी भर के
तुझे प्यार करूँ
किस तरह जान-ए-वफ़ा...
तुमने शरमा के सिमटने की अदा पाई है
मेरा दिल ऐसी अदाओं का तमन्नाई है
क्यूँ न मैं फिर तेरे शरमाने पे
इसरार करूँ
किस तरह जान-ए-वफ़ा...
तेरी नज़रें झुकी पलकों में छुपी रहती हैं
फिर भी मैं देख रहा हूँ कि ये क्या कहती हैं
ये जो कहती हैं वो इकरार मैं
सौ बार करूँ
किस तरह जान-ए-वफ़ा...
तुझको पहलू में लिए मस्त फ़ज़ाओं में चलूँ
गुनगुनाती हुई लहराती घटाओं में चलूँ
इन बहारों में बिठाकर
तेरा दीदार करूँ
किस तरह जान-ए-वफ़ा...