Lyrics in Hindi - लफ़्ज़ों का खेल
मुॅंह देखने वालों के लिए - Muh Dekhne Waalon Ke Liye (Hariharan, Reflections)
Movie/Album: रिफ्लेक्शंस (1987)
Music By: हरिहरन
Lyrics By: बशीर बद्र
Performed By: हरिहरन
मुॅंह देखने वालों के लिए जाम नहीं है
मासूम फरिश्तों का यहाॅं काम नहीं है
मुॅंह देखने वालों...
कहते हैं अनोखी है मोहब्बत की कहानी
आग़ाज़ ही आग़ाज़ है अंजाम नहीं है
मासूम फरिश्तों...
पढ़ने नहीं देता मुझे हाथों की लकीरें
क्या उसकी हथेली पे मेरा नाम नहीं है
मासूम फरिश्तों...
बारिश नहीं धो पाई तेरी याद को दिल से
दीवार पे लिखा हुआ ये नाम नहीं है
मासूम फरिश्तों...